Monday, April 12, 2021

माँ आध्य शक्ति आरती | Adhya Shakti Aarti Lyrics | Bhajnavali Lyrics

 जय आध्या शक्ति माँ जय आध्या शक्ति

अखंड  ब्रहमाण्ड दिपाव्या (2)
पड़वे प्रगटया माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

द्वितीया  मे स्वरूप  शिवशक्ति जाणू 
माँ शिवशक्ति जाणू  
ब्रह्मा  गणपती  गाये (2)
हर गाये हर माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ जगदम्बे

तृतीया त्रण स्वरूप त्रिभुवन माँ बैठा
माँ त्रिभुवन माँ बैठा
दया थकी  तरवेणी (2)
तू तरवेणी माँ  
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

चौथे  चतुरा  महालक्ष्मी  माँ
सचराचल  व्याप्या 
माँ  सचराचल  व्याप्या 
चार  भुजा  चौ  दिशा (2)
प्रगटया दक्षिण माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

पंचमे  पंचऋषि  पंचमी गुणपदमा 
माँ पंचमी गुणपदमा
पंचतत्व  त्या  सोहिये (2)
पंचेतत्वे  माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

षष्ठी तू  नारायणी महिषासुर  मार्यो
माँ महिषासुर मार्यो
नर नारी ने रुपे (2)
व्याप्या सर्वे माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

सप्तमी सप्त पाताळ संध्या सावित्री
माँ  संध्या सावित्री
गऊ गंगा गायत्री (2)
गौरी गीता माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

अष्टमी अष्ट भुजा आई आनन्दा
माँ  आई आनन्दा
सुरिनर मुनिवर जनमा (2)
देव दैत्यो माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

नवमी नवकुळ नाग सेवे नवदुर्गा
माँ सेवे नवदुर्गा
नवरात्री ना पूजन
शिवरात्रि ना अर्चन
किधा हर ब्रह्मा
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

दशमी दश अवतार जय विजयादशमी
माँ जय विजयादशमी
रामे रावण मार्या (2)
रावण मार्यो माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

एकादशी अगियार कात्यानी अम्बा माँ 
माँ कात्यानी अम्बा माँ 
कालदुर्गा  कालिका (2)
श्यामा ने रामा
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

बारसे बाल स्वरुप बहुचरि अंबा माँ
माँ बहुचरि अंबा माँ
बटुक भैरव सोहिये
काळ भैरव सोहिये
तारा छे तुज माँ
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

तेरसे तुलजा रूप तू तारुणिमाता
माँ तू तारुणिमाता
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव (2)
गुण तारा गाता
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

चौदशे चौदा रूप चंडी चामुंडा
माँ चंडी चामुंडा
भाव भक्ति कई आपो
चतुराई कही आपो
सिंहवासिनी माता
ॐ जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

पूनम कुम्भ भर्यो साम्भडजो करुणा
माँ साम्भडजो करुणा
वशिष्ठ देवे वखाणया
मार्कण्ड देवे वखाणया
गाइ शुभ कविता
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

सवन्त सोळ सत्तावन सोळसे बावीसमा 
माँ सोळसे बावीसमा 
सवन्त सोळ मा प्रगट्या (2)
रेवाने तीरे माँ गंगाने तीरे
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

त्रंबावटी नगरिमा रूपावटी नगरी
माँ मंचावटी नगरी
सोळ सहस्त्र त्या सोहिये (2)
क्षमा करो गौरी
माँ दया करो गौरी
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

शिवशक्ति नी आरती जे कोई गाये
माँ जे कोई गाये
भणे शिवानन्द स्वामी (2)
सुख सम्पति थासे 
हर कैलाशे जासे 
माँ अंबा दुःख हरशे
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे

भाव न जाणू भक्ति न जाणू नव जाणु सेवा
माँ नव जाणू सेवा
वल्लभ भट्ट्ने आपि (2)
चरणोंनी सेवा
ॐ  जयो  जयो  माँ  जगदम्बे



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